मेरे वतन के
नौजवानो जाग जाओ तुम
आग जो लगी है चमन
में बुझाओ तुम
मन्दिर मस्जिद
में उलझ कर ना तुम रहो ।
इंसानियत ही धर्म
है इसके लिए लड़ो ।।
प्रेम एकता के
मधुर गीत गाओ तुम ।
आग जो लगी है चमन
में बुझाओ तुम ।।1।।
दे रही आवाज़
तुम्हे माता भारती ।
धरोहरे बचाओ यह
रह-रह पुकारती ।।
भारत की आन-बान
पे कुर्बान जाओ तुम ।
आग जो लगी है चमन
में बुझाओ तुम ।।2।।
आज आ गया है वक्त
देश भक्ति का ।
दुश्मन को तुम करा
दो ज्ञान अपनी शक्ति का ।।
वक्त ना गवाओ रण
में कूद जाओ तुम ।
आग जो लगी है चमन
में बुझाओ तुम।।3।।
माँ की तरफ हाथ
उठे कोई तो फोड़ डालना
बुरी नज़र उठे
कोई तो फोड़ डालना ।।
दूध ना लजाओगे
सौगंध खाओ तुम ।
आग जो लगी है चमन
में बुझाओ तुम ।।4।।
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