जीवन झूठ झमेले
में ।
खो मत जाना मेले
में ।।
कौन है तू क्या
काम है तेरा ।
सोचना बन्धु
अकेले में ।।1।।
क्या लाया है
क्या दे जाएगा ।
क्यों उलझा है
धेले में ।।2।।
कोड़ी-कोड़ी माया
जोड़ी ।
रह जाएगी थेले
में ।।3।।
सुन्दर काया पर
इतराया ।
बह जाएगी रेले
में ।।4।।
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