अक्षर
की ईट लगाकर , शिक्षा का महल बनाओ।
विद्या
के दीप जलाकर , अंधियारा दूर भगाओ ।।
सपना हो
यह सच्चा, शिक्षित हो हर बच्चा ।
गांव-गांव,
नगर-नगर शिक्षा की हो चर्चा ।।
जन-जन
को लिखना सिखाओ जन-जन को पढ़ना सिखाओ।
विद्या
के दीप जलाकर , अंधियारा दूर भगाओ।।1।।
उत्तम
धन शिक्षा प्रगति का द्वार है ।
वाणी के
प्रसाद पर सबका अधिकार है ।।
अशिक्षा
अभिशाप मिटाओ अंगूठा अब न लगाओ ।
विद्या
के दीप जलाकर ,अंधियारा दूर भगाओ।।2।।
कोयल की
कूह-कूह अंबवा की डाल पे ।
अ आ इ ई
उ ऊ शाला उद्यान में ।।
ए ऐ ओ औ
अं अः वर्णों का हार बनाओ ।।3।।
सागर की
लहरों- सा नदियों की कल-कल सा ।
प्राथमिक
शिक्षा मिशन भौरों की गुन-गुन सा ।।
प्रतिभा
के सुमन खिलाकर धरती की गोद सजाओ।
विद्या
के दीप जलाकर अंधियार दूर भगाओ ।।4।।
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