कहना
नही किसी से तू ही राज़दार है ।
तन्हाई
साथ रहना तुझपे एतबार है ।।
मेहमान
की तरह खुशी आकर चली गई ।
दुःख
दर्द कहा जाएंगे बचपन के यार है ।।
शामिल
है फितरतों में तेरी साथ छोड़ना ।
मै
जानता हुं फिर भी तेरा इन्तज़ार है ।।
जीने का
हुनर धीरे-धीरे सीख जाउंगा ।
यादों
अभी न जाना मुझे तुमसे प्यार है ।
सबको
दिखाके राह मै खुद भटक गया
चलना ही
जिंदगी है यही जीत हार है ।।
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